धारा 103 आईपीसी (IPC Section 103 in Hindi) – कब संपत्ति की प्राइवेट प्रतिरक्षा के अधिकार का विस्तार मॄत्यु कारित करने तक का होता है

धारा 103 का विवरण भारतीय दंड संहिता की धारा 103 के अनुसार, संपत्ति की प्राइवेट प्रतिरक्षा के अधिकार का विस्तार, धारा 99 में वर्णित निर्बन्धनों के अध्यधीन दोषकर्ता की मॄत्यु…

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धारा 85 आईपीसी (IPC Section 85 in Hindi) – ऐसे व्यक्ति का कार्य जो अपनी इच्छा के विरुद्ध मत्तता में होने के कारण निर्णय पर पहुंचने में असमर्थ है

धारा 85 का विवरण भारतीय दंड संहिता की धारा 85 के अनुसार, कोई बात अपराध नहीं है, जो ऐसे व्यक्ति द्वारा की जाती है, जो उसे करते समय मत्तता के…

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धारा 220 आईपीसी (IPC Section 220 in Hindi) – प्राधिकार वाले व्यक्ति द्वारा जो यह जानता है कि वह विधि के प्रतिकूल कार्य कर रहा है, विचारण के लिए या परिरोध करने के लिए सुपुर्दगी

धारा 220 का विवरण भारतीय दंड संहिता की धारा 220 के अनुसार, जो कोई किसी ऐसे पद पर होते हुए, जिससे व्यक्तियों को विचारण या परिरोध के लिए सुपुर्द करने…

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