धारा 25 हिन्दू विवाह अधिनियम – स्थायी निर्वाहिका और भरण-पोषण

विवरण (1) इस अधिनियम के अधीन अधिकारिता का प्रयोग कर रहा कोई भी न्यायालय, डिक्री पारित करने के समय या उसके पश्चात् किसी भी समय, यथास्थिति, पति या पत्नी द्वारा…

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धारा 4 हिन्दू विवाह अधिनियम – अधिनियम का सर्वोपरि प्रभाव

विवरण इस अधिनियम में अन्यथा अभिव्यक्तरूपेण उपबन्धित को छोडकर:- (क) हिन्दू विधि का कोई पाठ, नियम या निर्वचन या उस विधि की भागरूपी रूढ़ि या प्रथा जो कि इस अधिनियम…

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धारा 10 हिन्दू विवाह अधिनियम – न्यायिक पृथक्करण

विवरण (1) विवाह के पक्षकारों में से कोई पक्षकार चाहे वह विवाह इस अधिनियम के प्रारम्भ के पूर्व अनुष्ठापित हुआ हो चाहे पश्चात् जिला न्यायालय की धारा 13 की उपधारा…

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