धारा 77 का विवरण
भारतीय दंड संहिता की धारा 77 के अनुसार, कोई बात अपराध नहीं है, जो न्यायिकतः कार्य करते हुए न्यायाधीश द्वारा ऐसी किसी शक्ति के प्रयोग में की जाती है, जो या जिसके बारे में उसे सद््भावपूर्वक विश्वास है कि वह उसे विधि द्वारा दी गई है ।CLICK HERE FOR FREE LEGAL ADVICE. मुफ्त कानूनी सलाह लेने के लिए यहाँ क्लिक करें ।