धारा 131 आईपीसी (IPC Section 131 in Hindi) – विद्रोह का दुष्प्रेरण या किसी सैनिक, नौसेनिक या वायुसैनिक को कर्तव्य से विचलित करने का प्रयत्न करना

धारा 131 का विवरण

भारतीय दंड संहिता की धारा 131 के अनुसार, जो कोई 4[भारत सरकार] की सेना, 5[नौसेना या वायुसेना] के किसी आफिसर, सैनिक, 6[नौसैनिक या वायुसैनिक] द्वारा विद्रोह किए जाने का दुष्प्रेरण करेगा, या किसी ऐसे आफिसर, सैनिक या 6[नौसैनिक या वायुसैनिक] को उसकी राजनिष्ठा या उसके कर्तव्य से विचलित करने का प्रयत्न करेगा, वह 1[आजीवन कारावास] से या दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि दस वर्ष तक की हो सकेगी, दंडित किया जाएगा और जुर्माने से भी दंडनीय होगा । 7[स्पष्टीकरण–इस धारा में आफिसर, 8[सैनिक, 9[नौसैनिक] और वायुसैनिक] शब्दों के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति आता है, जो यथास्थिति, 10[आर्मी ऐक्ट, 11[सेना अधिनियम, 1950] (1950 का 46)ट, 9[नेवल डिसिप्लिन ऐक्ट, 12।।। 13इंडियन नेवी (डिसिप्लिन) ऐक्ट, 1934 (1934 का 34)ट, 14[एअर फोर्स ऐक्ट या 15[वायुसेना अधिनियम, 1950 (1950 का 45)]] के अध्यधीन होट।]

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